गोल्डी खान/ धमतरी कांग्रेस वैसे तो प्रारंभ से ही नुकसान उठा रही है जिसके बहुत से उदाहरण है साथ ही कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी इसका एक बड़ा उदाहरण है अबकी बार भी कांग्रेस शायद उसी पड़ाव पर आकर खड़ी है ऐसा प्रतीत हो रहा है जिसमे सही निर्णय का लिया जाना बेहद जरूरी माना जा रहा है अन्यथा नुकसान तो कांग्रेस झेल ही रही है दरअसल यहां पर यह चर्चा कांग्रेस के नए जिलाध्यक्ष को लेकर हो रही है हालांकि अभी कांग्रेस का नया जिलाध्यक्ष कौन बनेगा यह फिलहाल तय नहीं हुआ है मगर इसे लेकर लॉबिंग जरूर हो रही है हालांकि इस दौड़ में युवा भी है और सीनियर भी है कहने को तो इस दौड़ में शामिल सभी लोग बढ़िया है मगर बात यहां पर आकर अटकती है कि उनसे पार्टी के लोगो के साथ आम जनता का कितना जुड़ाव है मतलब पार्टी के लोगो के साथ कितने लोग उनको लेकर चाहत और मुहब्बत रखते है चूंकि कांग्रेस पार्टी को दूर और पास की नजर से देखे तो यह पार्टी अलग अलग खेमों में बटी हुई नजर आती है फिर जब पार्टी के लोग ही अलग अलग खेमों में बटे है तो सीधी सी बात है कि वह अपने ही खेमे के किसी सदस्य को अपना मुखिया बनाना चाहते है मगर फिर बात वहीं पर आकर अटक जाती है कि आपके चाहने से कुछ होगा नहीं बल्कि जनता और कार्यकर्ता की चाहत से होगा लिहाजा जिलाध्यक्ष ऐसे व्यक्ति को बनाया जाना चाहिए जिसकी जमीन भी मजबूत हो ऐसे ही एक सीनियर व्यक्तित्व की बात जिले में शोर मचा रही है कि उन्हें जिलाध्यक्ष की कमान देने से पार्टी को बड़ा लाभ मिल सकता है मगर उम्र की लकीर उनके रास्ते में आ रही है फिर यह भी उन्हें लेकर सुनाई पड़ रहा है कि कुछ ऊपर के लोग भी उनसे दूरी बनाना चाहते है मगर बात यदि पार्टी की मजबूती के साथ जमीन की मजबूती और लोगो की चाहत की करे तो भले ही उनकी उम्र थोड़ी बढ़ गई है मगर उनकी मजबूती की चर्चा आज भी जिले में होती है बहरहाल आगे कांग्रेस का जिलाध्यक्ष कौन बनता है यह तो आगे ही पता चलेगा मगर इसके लिए सीनियर ही शानदार रहेंगे यह चर्चा लगातार हो रही है