गोल्डी खान/ धमतरी प्रशासन ने इस किनारे से उस किनारे का निरीक्षण कर उस किनारे रहने वाले लोगों के लिए सुविधा मुहैया कराई है हालांकि उनकी बरसो पुरानी मांगे यथावत है ज्ञात हो कि बारिश का दौर जारी है जिसकी वजह से जिले के वनांचल क्षेत्र के बहुत से हिस्से जिला और ब्लॉक मुख्यालय से कट जाते है यह समस्या नदी में बाढ़ की वजह से आती है हालांकि यह समस्या वनांचल के क्षेत्रों में बरसो पुरानी है जिससे निजात के लिए उधर के लोग बहुत सी मांगे भी प्रशासन के समक्ष रख भी चुके है मगर विडंबना है कि उन्हें उस समस्या से निजात तो फिलहाल नहीं मिल पाती मगर उनकी समस्या को दूर करने वैकल्पिक व्यवस्था जरूर की जाती है इस वर्ष भी जिले के पहुंचविहिन क्षेत्र जैसे ग्राम खल्लारी, चमेदा, गाताबहार, आमझर, मुंहकोट, एकावारी, साल्हेमाठ, मासुलखोई, खरका, उजरावन, घोरागांव गादूलबाहरा, बरपदर, दौड़ पंडरीपानी, संदबाहरा, बाईरगांव समेत अन्य इलाके अधिक वर्षा की वजह से मुख्यालय से कट गए है जिन्हें सुविधा पहुंचाने प्रयास किया गया और नगरी एसडीएम प्रीति दुर्गम तहसीलदार समेत अन्य अफसरों ने क्षेत्र का जायजा लिया इस दौरान उन्हें सुविधा भी मुहैया कराई गई साथ ही बताया गया कि वर्षा ऋतु में आवागमन के साधन से कट जाने वाले ग्रामों के लिए जून महिने में ही आवश्यक मेडिसीन की उपलब्धता बफर स्टॉक सहित ग्रामों में मितानिनों को देखभाल के लिए निर्देशित किया गया है। वही खाद्य विभाग द्वारा बाढ़ के कारण सम्पर्क टुटे हुए ग्राम के शासकीय उचित मूल्य के दुकानों में जून माह तक पूर्व में आदेशित शासन के निर्देशानुसार माह जून, जुलाई, अगस्त 2025 का चांवल भण्डारण कराकर हितग्रहियों को वितरण किया जा चुका है। ग्राम घोरागांव के 75 राशनकार्ड धारी एवं दौड़ पंडरीपानी के 40 राशन कार्डधारियों को 03 माह का चांवल वितरण किया जा चुका है। पहुंचविहिन क्षेत्र रिसगांव के राशन दुकान अंतर्गत शामिल 5 गांव खरखा, रिसगांव, आमाबहार, मांदागिरी, गादूलबाहरा एवं करही अंतर्गत शामिल 5 ग्राम करही, जोरातराई, मासुलखोई, संदबाहरा, उजरावन, साथ ही खल्लारी एवं फरसगांव क्षेत्र के पहुंचविहिन गांव के राशनकार्ड हितग्राहियों को 05 माह जून, जुलाई, अगस्त, रिसगांव, सितंबर, अक्टुबर 2025 का राशन सामग्री वितरण किया जा चुका है। साथ ही नगरी विकासखंड के अन्य 112 राशन दुकानों के माध्यम से राशनकार्ड हितग्राहियों को 03 माह का जून में ही वितरण किया जा चुका है। शासन के निर्देशानुसार 112 दुकानों में नमक, शक्कर, का भण्डारण जुलाई माह तक किया गया है एवं जून माह क चना कुल 116 दुकानों में भण्डारण किया जा चुका है।
परियोजना अधिकारी ने बताया की अंतर्गत कुल 12 सेक्टर है, जिसमें से 11 सेक्टर के समस्त आंगनबाडी केन्द्रों में माह जुलाई हेतु रेडी टू ईट का भंडारण हो चुका है। सेक्टर सांकरा 02 के 32 आंगनबाड़ी केन्द्रों में गोदाम में रखे रेडी टू ईट का वितरण किया जा रहा है। प्रतिवेदन से स्पष्ट होता है कि पंहुचविहिन एवं बाढ़ से सम्पर्क टुटे हुए ग्राम में मेडिसीन, रेडी टू ईट के संबंध में एवं शासकीय उचित मूल्य दुकान में खाद्य सामाग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दी गई है। यदि किसी व्यक्ति को आवागमन में परेशानी होती है तो वह गरियाबंद जिला वाले रास्ते शोभा गौना मार्ग से झरियाबाहरा होते हुए बासीन-तुमडीबहार मार्ग होते हुए सांकरा एवं नगरी तक आवागमन कर सकते है। इस प्रकार उक्त गांव में बाढ़ से होने वाली बाधा केवल अस्थाई प्रकृति की है। सम्पर्क टुटे हुए ग्राम दूसरे वैकल्पिक मार्ग का उपयोग कर अनुविभाग मुख्यालय तक पहुंच सकते हैं। अनुविभाग मुख्यालय में एक बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना भी की जा चुकी है।