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कलेक्टर की क्लास में प्राचार्यों को चेतावनी....बच्चों के भविष्य से जुड़ा हुआ है मामला....इधर वर्तमान में स्कूलों में तालाबंदी भी है चिंताजनक विषय...

गोल्डी खान/धमतरी कलेक्टर की क्लास में स्कूलों के प्राचार्यों को सख्त चेतावनी दी गई है क्योंकि मामला बच्चों के भविष्य से जुड़ा हुआ है इधर वर्तमान में जिले की स्कूलों में जो तालाबंदी के मामले सामने आ रहे है वह भी बच्चों के भविष्य के लिए चिंताजनक माने जा रहे है क्योंकि जिले में पहले ऐसे मामले इतने सामने नहीं आते थे ज्ञात हो कि जिले में शिक्षा का स्तर नीचे जाता जा रहा है ऐसा कहा जा सकता है क्योंकि बच्चों का रिजल्ट खराब आ रहा है यही वजह है कि शिक्षा के स्तर को उपर उठाने और बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में जिले के कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने सख्ती दिखाई है और स्कूलों के प्राचार्यों की एक बैठक लेकर साफ शब्दों में उन्हें  कह दिया है कि खराब रिजल्ट आने पर कार्रवाई से भी उन्हें गुजरना पड़ सकता है  उन्होंने कक्षा दसवीं तथा बारहवी मे जिले में खराब रिजल्ट देने वाले स्कूलों के प्राचार्यों की बैठक ली थी जिनसे खराब रिजल्ट आने पर जवाब तलब किया गया साथ ही उन्होंने खराब रिजल्ट देने वाले हाई स्कूल के 14 और हायर सेकेण्डरी स्कूल के 15 प्राचार्यों के विरूद्ध वेतन वृद्धि रोकने और 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले प्राचार्यां को निलंबित करने के लिए प्रस्ताव बनाकर संचालक, स्कूल शिक्षा को भेजने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए कलेटर ने चालू शिक्षण सत्र में होने वाली तिमाह और छमाही परीक्षाओं में स्कूलों का रिजल्ट सुधारने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने यह भी चेताया कि तिमाह और छमाही परीक्षा में भी रिजल्ट खराब आने पर प्राचार्यों के विरूद्ध निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने बच्चों की नियमित उपस्थिति के लिए पालकों के साथ बैठक करने और शाला प्रबंधन समिति की नियमित बैठक करने को भी कहा। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी जगदल्ले और डीएमसी उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री मिश्रा ने दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियो के बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने इसके लिए बच्चों की अतिरिक्त कक्षाएं लगाने, प्रश्न बैंक तैयार करने और मासिक परीक्षा लेने और परीक्षा परिणामों का सतत् मूल्यांकन करने कहा। कलेक्टर श्री मिश्रा ने निर्देशित किया कि मिशन उत्कर्ष में दिये गये कैलेण्डर, पाठ्यक्रम, समयसारिणी अनुसार बच्चों की मासिक तैयारी करायें। उन्होंने कहा कि जब स्कूलों का निरीक्षण किया जायेगा, तब स्कूल मे मासिक परीक्षा, प़ढ़ाये गये पाठ्यक्रम, बच्चों द्वारा दी गयी परीक्षा और रिजल्ट की जांच की जायेगी, लापरवाही पाये जाने पर संबंधित संस्था के प्राचार्य पर कार्यवाही करने की बात कही गई है इधर विदित हो कि वर्तमान में भी जिले की स्कूलों में तालाबंदी जैसे मामले सामने आ रहे है जो कि चिंताजनक है इसका भी बच्चों के भविष्य पर अच्छा असर नहीं पड़ेगा जिसके लिए भी उचित कदम उठाने की जरूरत मानी जा रही है
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