Breaking

राईस मिल में हादसे के बाद तीन मजदूरों की हालत खराब....एनएसयूआई ने की सहयोग और कार्रवाई की मांग शासन प्रशासन को भी घेरा...

गोल्डी खान/धमतरी राईस मिल में धान की बोरिया गिरने के बाद तीन मजदूर बुरी तरह घायल हुए है जिनका उपचार अस्पतालों में जारी है जिसके बाद अब एनएसयूआई ने भी इस मामले में मोर्चा खोल दिया है जो कि मजदूरों के ईलाज में सहयोग और लापरवाही पर कार्रवाई की मांग कर रहे है अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी गई है इस मामले में एनएसयूआई ने शासन प्रशासन को भी घेरा है ज्ञात हो कि पिछली 26 जून को शहर के नजदीकी ग्राम हरफ़तराई स्थित एक निजी राईस मिल में यह हादसा हुआ था जिसमें धान से भरी बोरियां मजदूरों पर गिर गई थी इस हादसे में तीन मजदूर धनराज पटेल रमेश यादव विजय यादव बुरी तरह घायल हुए थे जिनमें से दो मजदूरों का उपचार रायपुर की अस्पताल में तो एक मजदूर का उपचार मसीही अस्पताल में चल रहा है हालांकि इस घटना को लापरवाही से भी जोड़कर देखा जा रहा है आरोप है कि 14 फीट की जगह 25 फीट में धान की छल्ली लगाई गई थी जो कि प्लास्टिक और जूट की होने की वजह से फिसल कर मजदूरों पर गिरी है ऐसा आरोप मजदूरों के परिजनों का है इधर इस मामले में अब एनएसयूआई ने भी मोर्चा खोल दिया है जिसके जिलाअध्यक्ष राजा देवांगन रायपुर में भर्ती घायलों से मिलने पहुंचे थे मुलाकात के दौरान पीड़ितों के परिजनों ने बताया कि हादसे के बाद मिल प्रबंधन ने न तो सहायता की न हालचाल पूछा है इलाज और मदद की जिम्मेदारी से भी पल्ला झाड़ लिया है उन्होंने सरकारी तंत्र पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि मामले में अधिकारी जनप्रतिनिधि मौन है जबकी यह सिर्फ एक औद्योगिक दुर्घटना नहीं बल्कि मजदूर विरोधी व्यवस्था की पोल है शासन और प्रशासन पूंजीपतियों के सामने नतमस्तक है और मजदूरों की ज़िंदगी की कोई कीमत नहीं रह गई है मांग की गई है कि पीड़ित मजदूरों को तत्काल समुचित मुआवज़ा और मुफ्त इलाज की गारंटी दी जाए साथ ही कार्रवाई की जाए जल्द ही न्याय की दिशा में पहल नहीं होने पर बड़ा आंदोलन किया जायेगा
Show comments
Hide comments
Cancel