गोल्डी खान/धमतरी ड्राइवर महासंगठन ने राज्य के लिए एक बड़ी महत्वपूर्ण मांग की है जो कि प्रदेश की राजनीति में भी अपना अच्छा खासा स्थान रखती है दरअसल यह मांग राज्य भर में पूर्णतः शराबबंदी की है जो कि कांग्रेस शासन काल में बीजेपी का प्रमुख मुद्दा थी और अब जब प्रदेश में बीजेपी की सत्ता है तो भले ही यह मांग राजनीति से गायब है मगर ड्राइवर महासंगठन ने इस मुद्दे को फिर से याद दिला दिया है
हालांकि उनकी मांग पूरी होती है या नहीं ये अलग बात है मगर उन्होंने मांग न पूरी होने की स्थिति में स्टेयरिंग छोड़ अभियान का आगाज करने की बात भी कही है ज्ञात हो कि सोमवार को ड्राइवर महासंगठन के सदस्य और पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे थे जिन्होंने अपनी मांगो का ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि प्रदेश में पूर्णतः शराबबंदी की जाए साथ ही वाहन चालकों के लिए आयोग एवं ड्राइवर वेलफेयर बोर्ड का गठन किया जाए साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि आगामी 1 अक्टूबर तक उनकी मांग पूर्ण नहीं किए जाने की स्थिति में 25 अक्टूबर से 5 नवंबर तक 11 दिवसीय स्टेरिंग छोड़ अभियान चलाया जायेगा इधर ड्राइवर संघ की राज्य में पूर्ण शराबबंदी की मांग की सराहना भी की जा रही है किंतु आपको बताते चले कि इस मांग ने राजनीति में भी अपनी अच्छी खासी जगह बनाई थी
जब प्रदेश में कांग्रेस का शासन था तब बीजेपी ने इसी मुद्दे पर बार बार गंगा जल वाले बयान को याद दिलाते हुए शराबबंदी की मांग की थी हालांकि अब प्रदेश में बीजेपी की सत्ता है तो अब यह मांग भले ही राजनीतिक गलियारों में नहीं सुनाई दे रही है मगर ड्राइवर महासंगठन ने इस मांग को आगे रख एक बार फिर से इस दबे हुए मुद्दे को याद दिला दिया है बहरहाल इस दौरान संगठन के रायपुर संभाग प्रभारी नोहर सिंह साहू जिलाध्यक्ष अनूप मानिकपुरी समेत बड़ी संख्या में संगठन के सदस्य शामिल थे