धमतरी खनिज अधिकारी ने विधायक का फोन नहीं उठाया और न ही वापस कॉल किया जबकि विधायक उनके कॉल का काफी देर तक इंतजार करते रहे यह मामला तुल पकड़ सकता है क्योंकि विधायक ने खनिज अफसर पर रेत माफियाओ के साथ मिलीभगत का आरोप भी लगाया है ज्ञात हो कि जिले में रेत का अवैध उत्खनन जारी है जहां तक प्रशासन का अमला नहीं पहुंच पाता कभी पहुंच भी जाए तो छोटे लोगों और छोटी कार्रवाई कर लौट आता है जबकि रेत का अवैध खेल जिले में लगातार चल ही रहा है जिसे प्रशासन के आला अफसर भी शायद नजर अंदाज करके चलते है शायद यही वजह है कि जिले में यह मनमानी हावी है और जनता की आवाज तो सुनना ही नहीं है जनप्रतिनिधियों को भी ठीकठाक तवज्जो नहीं मिल पाती जिसका उदाहरण शनिवार को सामने आया जब क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक ओंकार साहू
ग्राम खरेंगा में आयोजित समस्या निवारण शिविर के लिये जा रहें थे इस दौरान उन्होंने महानदी पर अछोटा, कोलयारी के पास पाया कि रेत का अवैध खनन 50 - 60 ट्रैक्टरो से धड़ल्ले से किया जा रहा है जिसे देख अवैध रेत खनन के खिलाफ विधायक ओंकार साहू ने मोर्चा खोल खनिज अधिकारी श्री भारद्वाज को फोन लगाया मगर खनिज अधिकारी नें विधायक का फोन नहीं उठाया जबकि विधायक श्री साहू का यह आरोप है कि उन्होंने लगभग 40 - 50 मिनट तक खनिज अधिकारी के वापस फोन आने का इंतजार किया मगर खनिज अफसर ने उन्हें वापस फोन भी नहीं लगाया जिस पर विधायक ने खनिज अफसर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि खनिज अधिकारी की मिलीभगत के चलते रेत माफिया बड़े पैमाने पर अवैध खनन कर रहे है जिससे क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी हो रही है जिसके चलते सड़क जर्जर व भू - जल स्तर गिरता जा रहा है खनिज विभाग छोटी गाड़ियों पर अक्सर करवाई करता है जबकि बड़े रेत माफियाओं और उनकी गाड़ियों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होती उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासनिक तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी है जिसके खिलाफ जल्द ही एक्शन लिया जायेगा क्योंकि अवैध रेत खनन पर रोक लगाना जरुरी है अन्यथा भविष्य में जिले के लोगो को रेत की कमी के साथ पानी की बड़ी समस्या से जूझना पड़ सकता है